shiv chalisa lyricsl Options
shiv chalisa lyricsl Options
Blog Article
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
बृहस्पतिदेव की कथा
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
O Glorious Lord, consort of Parvati That you are most merciful. You always bless the very poor and pious devotees. Your wonderful form is adorned Together with the moon on the forehead and on the ears are earrings of snakes’ Hood.
On Trayodashi (13th working day from the dark and dazzling fortnights) just one must invite a pandit and shiv chalisa in hindi devotely make offerings to Lord Shiva. Those who speedy and pray to Lord Shiva on Trayodashi are usually healthy and prosperous.
O Lord, the beloved daughter of Maina in your still left provides to Your splendid visual appeal. O Wearer of more info your lion's skin, the trishul inside your hand destroys all enemies.
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥